अगर आप कूलर खरीदने जा रहे हैं तो पहले रुक जाइए — ये 4 बातें आपकी मदद कर सकती हैं।

यह रहे गर्मी में कूलर की ठंडक बढ़ाने के 4 

आसान और असरदार टिप्स


अगर आप एयर कूलर लेने जा रहे हैं तो पहले ये बातें ज़रूर जान लें। 

सबसे पहले, यह तय करें कि पर्सनल एयर कूलर लेना है या डेजर्ट एयर कूलर। 

अगर पूरे कमरे को ठंडा करना है तो डेजर्ट एयर कूलर लें, 

और अगर सिर्फ खुद के लिए ठंडक चाहिए तो पर्सनल एयर कूलर लें। 

पर्सनल कूलर सस्ते होते हैं लेकिन पूरे कमरे को ठंडा नहीं कर सकते। पर्सनल कूलर 40°C और डेजर्ट कूलर 45°C तक काम करते हैं, 

उससे ज्यादा तापमान में इनकी असरकारिता कम हो जाती है। 

अगर आप कोस्टल एरिया में रहते हैं जहां बहुत ज्यादा नमी होती है, तो एयर कूलर ठीक से काम नहीं करेगा। 

लेकिन अगर आप हॉट और ड्राई एरिया में रहते हैं तो एयर कूलर बेहतरीन रहेगा। वाटर टैंक कैपेसिटी भी ध्यान में रखें —

 पर्सनल कूलर में कम से कम 25 लीटर और डेजर्ट कूलर में कम से कम 50 लीटर की क्षमता होनी चाहिए। कुछ कूलर में ऑटोफिल सिस्टम भी आता है जिसे सीधे नल से जोड़ा जा सकता है, जिससे बार-बार पानी भरने की झंझट नहीं रहती। नए कूलर में आवाज भी कम होती है, पहले जैसे ज़्यादा शोर नहीं करते।




यह गर्मी में अगर आपका कूलर काम नहीं कर रहा है,

 तो इन 2 टिप्स को अपनाकर आपका कमरा AC से भी ज्यादा ठंडा हो सकता है।

 

बस एक मटके (या बर्तन) को लें और उसके बीच में इस तरह से छेद कर दें। अब इसे कूलर के अंदर रखें और कूलर के पंप को इस बर्तन में डाल दें। जब कूलर में पानी भरेगा, तो ये पानी इन छेदों के जरिए इस बर्तन में जाएगा
। 


आपने 9वीं कक्षा में पढ़ा होगा कि वाष्पीकरण (evaporation) से ठंडक मिलती है। इसी वाष्पीकरण के कारण कूलर की कूलिंग क्षमता 3 गुना तक बढ़ जाती है।


अगर आपको लगता है कि हनीकॉम्ब पैड वुड वूल पैड से बेहतर है, तो आप गलतफहमी में हैं।


 सबसे पहले तो हनीकॉम्ब वाले महंगे होते हैं और ये सही से ठंडक नहीं देते। साथ ही ये जल्दी गंदे भी हो जाते हैं। इसलिए वुड वूल वाला विकल्प सस्ता और टिकाऊ है।


और अगर आप नया कूलर खरीदने की सोच रहे हैं, तो इन 2 बातों का जरूर ध्यान रखें:

  1. हमेशा BLDC मोटर वाले कूलर ही खरीदें। ये थोड़े महंगे होंगे, लेकिन ज्यादा प्रभावशाली, टिकाऊ और बिजली की खपत कम करने वाले होंगे।

  2. वाटर पंप की फ्लो रेट 800 L/H होनी चाहिए, ताकि पानी का संचार (circulation) ठीक से बना रहे।

  3. बर्फ या ठंडा पानी डालें:
    कूलर के पानी की टंकी में बर्फ या बहुत ठंडा पानी डालने से हवा और भी ज्यादा ठंडी हो जाती है। इससे कूलिंग इफेक्ट तुरंत बढ़ता है।

  4. एयर फ्लो का सही डायरेक्शन रखें:
    कूलर को कमरे की खिड़की के पास रखें ताकि ताजा हवा अंदर आए और गर्म हवा बाहर निकल सके। साथ ही, हवा का डायरेक्शन अपनी तरफ या कमरे के सेंटर की ओर रखें ताकि ठंडक का असर ज्यादा फैले 


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